Nikhil Kamath Bryan Johnson Podcast: ब्रायन जॉनसन ने निखिल कामत का पॉडकास्ट बीच में क्यों छोड़ा? जानिए पूरी सच्चाई!
WTF Podcast से अचानक क्यों चले गए ब्रायन जॉनसन?
ज़ेरोधा के सह-संस्थापक निखिल कामत का पॉडकास्ट ‘WTF is’ हमेशा से चर्चाओं में रहा है, लेकिन इस बार यह पॉडकास्ट अमेरिकी उद्यमी ब्रायन जॉनसन (Bryan Johnson) के कारण सुर्खियों में आ गया।
ब्रायन जॉनसन ने इस एपिसोड को बीच में ही छोड़ दिया!
क्या भारत की खराब वायु गुणवत्ता इसका कारण थी?
क्या यह भारत की हेल्थ और पर्यावरण पर एक कड़ा संदेश था?
आइए, इस पूरे मामले की पूरी सच्चाई जानते हैं!
ब्रायन जॉनसन कौन हैं और उनका पॉडकास्ट में आना क्यों खास था?
ब्रायन जॉनसन एक अमेरिकी टेक उद्यमी, बायोटेक विशेषज्ञ और स्वास्थ्य शोधकर्ता हैं।
उन्होंने अपने Blueprint Project के जरिए मानव जीवन को दीर्घायु और स्वस्थ बनाने पर काम किया है।
निखिल कामत के पॉडकास्ट ‘WTF is’ में ब्रायन जॉनसन को स्पेशल गेस्ट के रूप में बुलाया गया था, लेकिन कुछ समय बाद उन्होंने पॉडकास्ट को बीच में ही छोड़ दिया।
आखिर उन्होंने ऐसा क्यों किया?
भारत की वायु गुणवत्ता बनी विवाद की जड़!
ब्रायन जॉनसन ने बाद में खुलासा किया कि उन्होंने पॉडकास्ट को बीच में इसलिए छोड़ा क्योंकि भारत की वायु गुणवत्ता बहुत खराब थी, जिससे उन्हें स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो रही थीं।
क्या हुआ पॉडकास्ट के दौरान?
ब्रायन जॉनसन को गले में जलन और सांस लेने में दिक्कत होने लगी।
पॉडकास्ट के सेट पर हवा का संचलन ठीक नहीं था, जिससे उनका एयर प्यूरीफायर भी काम नहीं कर रहा था।
तीसरे दिन, उन्हें त्वचा पर रैश और एलर्जी के लक्षण दिखने लगे।
उन्होंने कहा –
“भारत में लोग वायु प्रदूषण के इतने आदी हो चुके हैं कि वे इसे नोटिस भी नहीं करते, लेकिन यह स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है!”
ब्रायन जॉनसन ने भारत के वायु प्रदूषण को लेकर क्या कहा?
ब्रायन जॉनसन ने साफ कहा कि –
“भारत में वायु गुणवत्ता इतनी खराब है कि यह देश की सबसे बड़ी हेल्थ क्राइसिस बन चुकी है!”
उन्होंने यह भी कहा:
भारत में लोग बिना मास्क के बाहर दौड़ते हैं, बच्चे और बुजुर्ग बिना किसी सुरक्षा के रहते हैं।
भारत को सभी बीमारियों के इलाज ढूंढने से पहले अपनी वायु गुणवत्ता में सुधार करना चाहिए।
अगर भारत की हवा साफ हो जाए, तो यहां की हेल्थकेयर इंडस्ट्री पर बहुत बड़ा बोझ कम हो सकता है।
ब्रायन ने भारत को सुझाव दिया कि –
“स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें और वायु प्रदूषण को कंट्रोल करें, इससे लाखों लोगों की ज़िंदगी बच सकती है।”
सोशल मीडिया पर ब्रायन जॉनसन की आलोचना और समर्थन!
ब्रायन जॉनसन के इस कदम पर सोशल मीडिया पर मिश्रित प्रतिक्रियाएँ आईं –
कुछ लोगों ने कहा कि –
“अगर आपको भारत की हवा पसंद नहीं है, तो आप यहां आए ही क्यों?”
“भारत के लोग यहां के वातावरण के हिसाब से खुद को ढाल चुके हैं, यह कोई बड़ी बात नहीं है!”
दूसरी ओर, कुछ लोग सहमत थे और बोले:
“ब्रायन जॉनसन ने सही कहा! भारत की हवा में सुधार की जरूरत है!”
“हमारी सरकार को प्रदूषण नियंत्रण पर ज़्यादा ध्यान देना चाहिए!”
निखिल कामत की प्रतिक्रिया – क्या उन्होंने इस पर कुछ कहा?
निखिल कामत ने इस पूरे मामले पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की।
हालांकि, ब्रायन जॉनसन ने निखिल को “दयालु मेजबान” कहा और स्पष्ट किया कि उनका मकसद भारत को बदनाम करना नहीं था।
अमेरिका और भारत – कौन सा देश ज़्यादा हेल्दी?
ब्रायन जॉनसन ने भारत और अमेरिका की हेल्थ कंडीशंस की तुलना की:
मुद्दा | भारत | अमेरिका |
वायु प्रदूषण | बहुत अधिक | कम |
मोटापा | कम | 42.4% लोग मोटापे से ग्रस्त |
हेल्थकेयर | कमजोर | बेहतर |
शुद्ध हवा-पानी | प्रदूषित | अच्छा |
ब्रायन ने कहा –
“अमेरिका में मोटापा सबसे बड़ी समस्या है, जबकि भारत में सबसे बड़ी समस्या वायु प्रदूषण है!”
क्या भारत को ब्रायन जॉनसन की सलाह माननी चाहिए?
भारत सरकार को वायु गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए।
लोगों को मास्क पहनने और साफ हवा के लिए पौधे लगाने जैसे प्रयास करने चाहिए।
सरकार को EVs (इलेक्ट्रिक व्हीकल्स) और हरित ऊर्जा को बढ़ावा देना चाहिए।
निष्कर्ष – क्या ब्रायन जॉनसन का पॉडकास्ट छोड़ना सही था?
ब्रायन जॉनसन ने पॉडकास्ट को बीच में छोड़कर वायु प्रदूषण की समस्या पर ध्यान दिलाया।
भारत में हेल्थ और पॉल्यूशन पर और अधिक फोकस करने की ज़रूरत है।
निखिल कामत के पॉडकास्ट ‘WTF is’ को इससे और भी ज्यादा लोकप्रियता मिली।
क्या आपको लगता है कि ब्रायन जॉनसन का पॉडकास्ट छोड़ना सही था?
अपनी राय नीचे कमेंट में बताएं!