Manisha Koirala Cancer Journey: विश्व कैंसर दिवस 2025: मनीषा कोइराला ने कैंसर की अनिश्चितताओं पर दी चेतावनी, कहा – ‘इसमें कोई गारंटी नहीं’
कैंसर से जंग लड़ चुकीं मनीषा कोइराला का बड़ा बयान!
बॉलीवुड की दिग्गज अभिनेत्री मनीषा कोइराला ने विश्व कैंसर दिवस 2025 के अवसर पर कैंसर के इलाज को लेकर एक चौंकाने वाला बयान दिया है। उन्होंने कहा,
“कैंसर का इलाज अप्रत्याशित होता है – इसमें कोई गारंटी नहीं होती!”
स्टेज IV ओवेरियन कैंसर से जूझने के बाद मनीषा कोइराला अब कैंसर जागरूकता और सकारात्मक जीवन शैली को बढ़ावा देने में सक्रिय भूमिका निभा रही हैं।
आइए जानते हैं कि मनीषा कोइराला ने अपने कैंसर के सफर के बारे में क्या कहा, उनके अनुभवों से हमें क्या सीखने को मिलता है, और विश्व कैंसर दिवस 2025 का संदेश क्या है?
मनीषा कोइराला और कैंसर से उनकी जंग
मनीषा कोइराला ने 2012 में ओवेरियन कैंसर (अंडाशय कैंसर) का सामना किया था।
कैंसर डायग्नोस होने का दौर:
डॉक्टरों ने बताया कि वे स्टेज IV कैंसर से पीड़ित हैं।
इसके बाद उन्होंने सर्जरी और कीमोथेरेपी का लंबा सफर तय किया।
न्यूयॉर्क में 6 महीने तक इलाज चला और अंततः वे कैंसर-मुक्त (Cancer Survivor) हो गईं।
मनीषा का कहना है:
“कैंसर का इलाज सिर्फ दवाइयों और सर्जरी से नहीं होता, इसमें मानसिक शक्ति, सकारात्मकता और आत्मविश्वास की जरूरत होती है।”
कैंसर का इलाज क्यों होता है ‘अनिश्चित‘?
मनीषा कोइराला का कहना है कि कैंसर का इलाज 100% निश्चित नहीं होता।
हर मरीज पर अलग असर पड़ता है।
इलाज के बाद भी कैंसर दोबारा लौट सकता है।
कीमोथेरेपी और रेडिएशन का शरीर पर गहरा प्रभाव पड़ता है।
डॉक्टर्स के मुताबिक, कैंसर का इलाज कठिन इसलिए होता है क्योंकि:
हर व्यक्ति की इम्यूनिटी अलग होती है।
कैंसर कई प्रकार का होता है – हर इलाज सभी पर लागू नहीं होता।
रोगी की मानसिक और शारीरिक स्थिति भी उपचार के प्रभाव को प्रभावित करती है।
इसीलिए, कैंसर से बचाव और सही समय पर डायग्नोस होना बेहद जरूरी है।
कैंसर से बचाव के 5 ज़रूरी उपाय
अगर आप कैंसर से खुद को सुरक्षित रखना चाहते हैं, तो ये 5 स्टेप्स ज़रूर अपनाएँ:
1 तंबाकू और शराब से बचें – ये फेफड़े, गले और मुंह के कैंसर का सबसे बड़ा कारण हैं।
2 स्वस्थ खान-पान रखें – ज्यादा सब्जियां, फल और होल ग्रेन खाएं।
3 नियमित व्यायाम करें – रोज़ाना 30 मिनट की एक्सरसाइज़ करें।
4 स्ट्रेस कम करें और अच्छी नींद लें – मानसिक स्वास्थ्य भी कैंसर के जोखिम को प्रभावित करता है।
5 नियमित हेल्थ चेकअप कराएं – कैंसर का जल्दी पता चलने पर इसका इलाज आसान हो सकता है।
मनीषा कोइराला ने कैंसर पेशेंट्स को क्या संदेश दिया?
मनीषा कोइराला का कहना है:
“कैंसर को जिंदगी का अंत नहीं समझना चाहिए, बल्कि इसे एक नई शुरुआत मानें। मैंने कैंसर को हराया और अब मैं हर दिन को नई उम्मीद के साथ जीती हूँ।”
उन्होंने फैंस और मरीजों को पॉजिटिव रहने और हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने की सलाह दी।
उन्होंने बताया कि योग, ध्यान और संतुलित भोजन ने उनके इलाज में अहम भूमिका निभाई।
अब वे कैंसर सर्वाइवर के लिए एक प्रेरणा बन चुकी हैं और जागरूकता अभियान चला रही हैं।
विश्व कैंसर दिवस 2025 पर उन्होंने सभी से अपील की कि लोग कैंसर के प्रति जागरूक बनें और इसका डर न रखें!
विश्व कैंसर दिवस 2025 – इस साल का थीम क्या है?
विश्व कैंसर दिवस हर साल 4 फरवरी को मनाया जाता है।
इस साल का थीम है – “Close the Care Gap” (इलाज की खाई को खत्म करें)।
इस थीम का उद्देश्य है कि हर व्यक्ति को बेहतरीन इलाज और जागरूकता मिले, चाहे वह किसी भी समाज से आता हो।
कैंसर के प्रति भ्रम और डर को दूर करना और सही जानकारी देना।
जल्द से जल्द जांच करवाने और सही इलाज कराने की प्रेरणा देना।
निष्कर्ष: कैंसर से डरें नहीं, जागरूक बनें!
मनीषा कोइराला का कैंसर सर्वाइवर बनने का सफर हमें सिखाता है कि जीवन में किसी भी मुश्किल से हार मानने की जरूरत नहीं है।
कैंसर का इलाज मुश्किल है, लेकिन पॉजिटिव एटीट्यूड और हेल्दी लाइफस्टाइल इसे मात दे सकती है।
प्रिवेंशन (बचाव) ही सबसे बेहतर उपाय है, इसलिए स्वस्थ आदतें अपनाएँ।
कैंसर पेशेंट्स और सर्वाइवर्स को सपोर्ट करें और जागरूकता फैलाएं।
क्या आप कैंसर से जुड़ी कोई कहानी जानते हैं या इस विषय पर अपने विचार साझा करना चाहते हैं? नीचे कमेंट करें!