Sonu Nigam ने Padma Awards 2025 को लेकर अपनी नाराज़गी जताई है। उन्होंने सवाल किया है कि किशोर कुमार, अलका याज्ञनिक, श्रेया घोषाल और सुनिधि चौहान जैसे दिग्गजों को अब तक यह सम्मान क्यों नहीं मिला। उनके इस बयान ने मनोरंजन जगत में खलबली मचा दी है।

वीडियो में सोनू निगम ने क्या कहा?
सोनू निगम ने अपने प्रशंसकों से एक वीडियो के जरिए संवाद किया और सीधे तौर पर कहा, “हमारे देश में कई महान कलाकार हैं, लेकिन उन्हें उनके जीवनकाल में सम्मानित नहीं किया जाता। मरणोपरांत पुरस्कार देना सही नहीं है।”
उन्होंने किशोर कुमार का उदाहरण देते हुए कहा कि इतना बड़ा नाम होते हुए भी उन्हें जीवनकाल में यह सम्मान नहीं मिला। उन्होंने सवाल किया कि अलका याज्ञनिक, श्रेया घोषाल और सुनिधि चौहान जैसे गायकों को अब तक यह क्यों नहीं मिला?
पद्म पुरस्कार 2025 पर विवाद क्यों उठा?
सोनू निगम ने 2022 में खुद पद्म श्री पुरस्कार प्राप्त किया था, लेकिन उन्होंने इस बार पुरस्कार चयन प्रक्रिया पर सवाल खड़े किए। उनका मानना है कि जिन कलाकारों ने दशकों तक भारतीय संगीत को नई ऊंचाइयां दीं, उन्हें समय पर सम्मानित करना चाहिए।
किशोर कुमार का नाम क्यों लिया गया?
किशोर कुमार, जिन्हें भारतीय संगीत का बादशाह कहा जाता है, को उनके जीवित रहते हुए कभी पद्म पुरस्कार नहीं मिला। सोनू निगम ने इसे “बड़ी चूक” बताया। उन्होंने कहा कि यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वे उन कलाकारों को पहचानें जिन्होंने भारतीय संगीत को विश्व स्तर पर पहुंचाया।
सोशल मीडिया पर बहस: प्रशंसकों की प्रतिक्रियाएं
सोनू निगम के बयान के बाद सोशल मीडिया पर बहस तेज हो गई। ट्विटर पर #PadmaAwards ट्रेंड करने लगा।
- कई प्रशंसकों ने उनका समर्थन करते हुए लिखा, “सोनू निगम ने बिल्कुल सही मुद्दा उठाया है।”
- वहीं कुछ ने कहा कि यह सिर्फ प्रचार पाने का तरीका हो सकता है।
अलका याज्ञनिक और श्रेया घोषाल के लिए समर्थन
अलका याज्ञनिक और श्रेया घोषाल के प्रशंसकों ने भी उनके समर्थन में ट्वीट किए।
- “अलका जी ने 90 के दशक से लेकर आज तक हमें अनगिनत हिट गाने दिए हैं। वह इस सम्मान की पूरी तरह हकदार हैं।”
- “श्रेया घोषाल की आवाज़ ने भारतीय संगीत को नई पहचान दी है। उन्हें समय पर सम्मान मिलना चाहिए।”
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
मनोरंजन जगत के विशेषज्ञों का मानना है कि सोनू निगम ने सही मुद्दा उठाया है।
- संगीत समीक्षक अमित त्रिवेदी ने कहा, “यह सही समय है कि सरकार कलाकारों के योगदान को समय पर पहचानें।”
- फिल्म निर्माता करण जौहर ने भी सोनू के बयान को “साहसी कदम” बताया।
पद्म पुरस्कारों की प्रक्रिया पर सवाल
पद्म पुरस्कार भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक है। लेकिन इसकी चयन प्रक्रिया को लेकर अक्सर सवाल उठते रहे हैं।
- सोनू निगम ने कहा कि “यह सम्मान केवल लोकप्रियता पर आधारित नहीं होना चाहिए। कलाकारों के वास्तविक योगदान को महत्व मिलना चाहिए।”
- उन्होंने यह भी कहा कि प्रशंसकों की आवाज़ को भी इस प्रक्रिया में शामिल किया जाना चाहिए।
सोनू निगम को क्यों मिला समर्थन?
सोनू निगम भारतीय संगीत जगत के सबसे प्रसिद्ध गायकों में से एक हैं।
- 90 के दशक से लेकर आज तक उन्होंने कई हिट गाने दिए हैं।
- उनके पास भारतीय शास्त्रीय संगीत और बॉलीवुड का गहन ज्ञान है।
उनके बयान को लेकर यह धारणा बनी है कि उन्होंने दिग्गज गायकों के साथ न्याय की मांग की है।
क्या सरकार लेगी कोई कदम?
सोनू निगम के बयान के बाद अब यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है।
- क्या सरकार पुरस्कार प्रक्रिया में बदलाव करेगी?
- क्या आने वाले समय में दिग्गज गायकों को उनके योगदान के लिए समय पर सम्मान मिलेगा?
FAQs
सोनू निगम ने पद्म पुरस्कारों पर क्या कहा?
सोनू निगम ने पद्म पुरस्कार 2025 पर सवाल उठाते हुए कहा कि दिग्गज गायकों को उनके जीवनकाल में सम्मानित नहीं किया जाता।
सोनू निगम ने किन गायकों का नाम लिया?
उन्होंने किशोर कुमार, अलका याज्ञनिक, श्रेया घोषाल और सुनिधि चौहान का उल्लेख किया।
क्यों नहीं मिलता दिग्गज कलाकारों को समय पर सम्मान?
सोनू निगम का मानना है कि सरकार और चयन प्रक्रिया में सुधार की आवश्यकता है ताकि दिग्गजों को उनके जीवनकाल में पहचान मिल सके।
सोशल मीडिया पर इस बयान की क्या प्रतिक्रिया रही?
सोनू निगम के बयान के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई। कई लोगों ने उनका समर्थन किया, जबकि कुछ ने इसे प्रचार का तरीका बताया।
क्या सरकार इस मुद्दे पर कोई कदम उठाएगी?
अभी तक सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सोनू निगम के बयान ने सरकार का ध्यान जरूर आकर्षित किया है।
सोनू निगम को खुद कब मिला पद्म पुरस्कार?
सोनू निगम को 2022 में पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
मुख्य बिंदु :
सोनू निगम ने पद्म पुरस्कारों पर सवाल उठाकर एक बड़े मुद्दे को उजागर किया है। यह देखना जरूरी है कि सरकार और संबंधित संस्थाएं इस पर क्या कदम उठाती हैं। कलाकारों को उनके योगदान के लिए समय पर सम्मानित करना न केवल उनकी मेहनत का सम्मान है, बल्कि यह समाज को प्रेरित भी करता है।